ब्यूरो चीफ आर एल पांडेय
लखनऊ: तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय खाद्य प्रदर्शनी (वर्ल्ड फूड इस्तांबुल-2024) के समापन अवसर पर उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने उत्तर प्रदेश के कृषि निर्यात में हो रही वृद्धि और नई संभावनाओं को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में कृषि क्षेत्र के विकास और औद्यानिक फसलों के उत्पादन में ऐतिहासिक कदम उठा रही, इससे कृषि क्षेत्र में निर्यात के साथ किसानों की आय में भी बढ़ोत्तरी हो रही है।
उद्यान मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश से तुर्की को मुख्यतः बासमती चावल, आलू के प्रसंस्कृत उत्पाद, पशु आहार और बफैलो मीट आदि का निर्यात किया जाता है। वर्ष 2021-22 के 4.23 करोड़ रुपये के निर्यात के मुकाबले 2023-24 में 55.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बढ़कर 6.57 करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने कहा कि मूंगफली, प्रसंस्कृत सब्जियां, दुग्ध उत्पाद, प्रसंस्कृत फल और जूस, गुड़ और कन्फेक्शनरी, ताजी सब्जियां, अनाज के प्रसंस्कृत उत्पाद, मिलेट और मैंगो पल्प जैसे उत्पादों के निर्यात की भी तुर्की में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2024-25 में उत्तर प्रदेश से तुर्की को मक्खन (100 मैट्रिक टन) का निर्यात भी शुरू हो गया है।
दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की मिट्टी और जलवायु मसाला खेती के लिए बेहद अनुकूल हैं। इसके प्रसंस्करण और उत्पादन में वृद्धि से न केवल किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी, बल्कि प्रदेश के लोगों के लिए स्वरोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि औद्यानिक क्षेत्र में नवाचार और जागरूकता से प्रदेश के किसानों को और अधिक समृद्ध बनाया जा सकता है।
प्रदर्शनी के दौरान मंत्री जी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने तुर्की में आये आयातकों, निर्यातकों एवं उत्पादकों से उनकी उत्पाद प्राथमिकताओं और प्रमाणन आवश्यकताओं की जानकारी हासिल की। इसके आधार पर उत्तर प्रदेश में कृषि उत्पादन एवं निर्यात की रणनीति बनाने की दिशा में कार्यवाही की जाएगी। प्रतिनिधि मण्डल में प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण अपर मुख्य सचिव बी0एल0 मीणा, निदेशक वी0बी0 द्विवेदी, संयुक्त निदेशक राजीव वर्मा शामिल रहे।