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ग्राम पंचायत बरौली ठकुरान में बनी नाली पहली ही बारिश में हुई धराशायी, 20 दिन पूर्व बनाई गई थी नाली

ग्राम पंचायत बरौली ठकुरान में बनी नाली पहली ही बारिश में हुई धराशायी, 20 दिन पूर्व बनाई गई थी नाली

शिकायतों के बाद भी जिला सीईओ के द्वारा नही दिया गया ध्यान, सहायक यंत्री और सचिव के देख में बनाई गई थी नाली

बिना मापदंड एवं गुणवत्ताविहीन नाली में जमकर हुआ भ्रष्टाचार


रिपोर्ट- जिला ब्यूरो चीफ दिनेश द्विवेदी

रीवा- जिले के हर ग्राम पंचायतों से लगातार भ्रष्टाचार की खबरे आती रहती है, लेकिन जनपद सीईओ और जिला सीईओ के द्वारा ध्यान नही दिए जाने से  सरपंच, सचिव श्रीमती प्रतिमा उर्मलिया और सहायक यंत्री आरपी त्रिपाठी के हौसले बुलंद है और गुणवत्ताविहीन कार्यो का निर्माण एवं कही कही बिना कार्य कराए ही लाखो रुपये की राशि का बंटरवाट किया जा रहा है, लेकिन कार्यवाही नही होती है, एक दो मामले में होती भी है तो संबंधित सचिव व सहायक यंत्री को उस स्थान से हटाकर दूसरे जगह या अटैच कर दिया जाता है, लेकिन किये गए लाखो के भ्रष्टाचार पर कार्यवाही नही की जाती है लगातार शिकायत के बाद कुछ राशि की बसूली निकाली जाती है जिस बजह से बिना डर के हर ग्राम पंचायत पर सचिव/सरपंच के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सवाल यही की आखिर कब भ्रष्टाचार पर लगेगा अंकुश? इसी तरह का मामला जवा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बरौली ठकुरान से सामने आया है जहा पर मेन रोड डभौरा से MPEB की ओर बन  रही नाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। जिसकी कई बार शिकायत और खबर का प्रकाशन भी किया गया था, लेकिन सम्बंधित जवा जनपद के अधिकारी और जिला सीईओ के द्वारा ध्यान नही दिया गया जिसका नतीजा है कि 20 दिन पूर्व बनी बिना मापदंड के गुणवत्ताविहीन नाली धराशायी हो गयी जबकि नाली निर्माण में सरिया का प्रयोग किये जाने का प्रावधान था। वही लोगो का कहना है कि इस नाली निर्माण में दोषी कौन? ग्राम पंचायत के सरपंच/ सचिव/ सहायक यंत्री या जिला सीईओ। अब देखना यही होगा कि उक्त भ्रष्टाचार पर कार्यवाही होगी या पहले की भांति उच्च अधिकारी आंख मूंदकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते रहेंगे।