आमरण अनशन पर बैठे लाभार्थी की पत्नी ने जिलाधिकारी को दिया प्रार्थनापत्र
1/7/2023से आज सात दिन हो गए कोई नही दे रहा ध्यान
ब्यूरो रिपोर्ट गुड्डू त्रिपाठी सीतापुर
सीतापुर /खैराबाद विकासखंड के परागपुर मजरा जैनापुर सोहरइया का पूरा मामला है जहां पर मेरे पति जगदीश मौर्या पुत्र उमराव मौर्य का प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास सूची में 29 नंबर पर नाम था जिसको जांच करने के बाद काट दिया गया जिससे परेशान होकर लाभार्थी जगदीश मौर्य जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देने के बाद अपने ही घर के सामने दिनांक 1/72023से आमरण अनशन पर बैठ गए है उसने बताया की ग्राम विकास अधिकारी वा प्रधान के द्वारा रुपए की मांग को पूरा न कर पाने के कारण मेरा आवास काट दिया गया बारिश का मौसम चल रहा है और हम अपने बच्चों के साथ मात्र दो-टीन के पटरी के नीचे अपना गुजारा कर रहे हैं खंड विकास अधिकारी को आईजीआरएस के माध्यम से निवेदन किया गया उसमें भी जांच टीम सहायक विकास अधिकारी प्रियंका तिवारी के द्वारा पक्का मकान बना होने की रिपोर्ट लगा दी गई इसी लिए जांच टीम द्वारा गलत आख्या लगा देने के कारण ग्राम विकास अधिकारी वा दिनेश शर्मा प्रियंका तिवारी को निलंबित करने वा प्रधानमंत्री आवास को दिलवाने के संबंध में आमरण अनशन पर बैठ गए हैं जगदीश मौर्य की पत्नी ने बताया कि एक लाख बीस हजार के लिए मेरे पति को कुछ हो गया तो इसकी जिमेदारी शासन प्रशासन की होगी
जगदीश मौर्य से जब बात की गई तो उन्होंने बताया स्वस्थ विभाग की टीम कई बार आ चुकी है और खंड विकास अधिकारी वा ग्राम विकास अधिकारी के द्वारा कई बार ये कहा जा रहा है की तुमारा बाड़ा पास कर देगे कहीं कहते है आवास पास कर देंगे कल कह रहे थे बीस या तीस हजार का सामना लेके खत्म करो सब प्रियंका तिवारी ने कहा हमने बाहर से देख कर रिपोर्ट लगा दी थी मुझे नही मालूम था ये दूसरे का है
अब समझ में नही आ रहा है की अगर लाभार्थी जगदीश मौर्य पात्र नहीं था तो पात्रता सूची में नाम कैसे
अगर अपात्र है तो उसको बाड़ा आवास अन्य सामान का लालच क्यों दिया जा रहा ब्लाक के जिमेदारो के द्वारा अब देखना यह है की लाभार्थी को आवास मिलता है की नही
या गलत आख्या लगाने वाले जिमेदारों पर कोई कार्यवाही होती है की नही
या बढ़ते रहेंगे ऐसे ही अनशन के दिन
या शासन प्रशासन लेगा इनकी सुध