उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कार्य-प्रगति की समीक्षा की
· रेलपथों पर संरक्षा पर बल
· मानसून इंतजामों की समीक्षा
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मण्डल रेल प्रबंधकों के साथ कार्य-प्रगति की समीक्षा की । बैठक में रेलपथों पर संरक्षा, गति सीमा में वृद्धि, मालभाड़ा और रेल परिचालन से जुड़े मामलों पर ध्यान केन्द्रित किया गया ।
रेलवे के लिए संरक्षा सर्वोपरि है । महाप्रबंधक ने रेलपथों के अनुरक्षण मानकों, रेलवे फाटकों और उच्च गति वाले रेल सेक्शनों के किनारों पर बाउंड्री वॉल का निर्माण करने पर बल दिया । उन्होंने रेल पटरियों को पार करने के मामलों पर कड़ा रूख अपनाया । उन्होंने मंडलों और सुरक्षा विभाग को परामर्श दिया कि वे रेल पटरियों को अवैध रूप से पार करने वाले लोगों को रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पकडकर उनसे जुर्माना वसूलें और यदि आवश्यक हो तो उन्हें जेल भी भेजें । उन्होंने संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलपथों के निकट हुए अतिक्रमणों को हटाने का प्रयास करने का भी परामर्श दिया । बुनियादि सुविधाओं को बेहतर करने के विषय पर महाप्रबंधक ने कहा कि दोहरीकरण, सिगनलिंग, यात्री सुविधाओं में वृद्धि इत्यादि से जुड़ी परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर और अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए।
श्री चौधुरी ने यह भी बताया कि समूचे उत्तर रेलवे पर इस बार भारी बारिश हुई है । ऐसे में पटरियों पर अनेक जगह जल भराव हो जाने के कारण कई जगह रेल परिचालन में कठिनाई का सामना करना पड़ा है । इसके अलावा बरसाती नदियों और नालों के उफान के कारण रेल लाइनों के तटबंधों में पानी भर जाता है जिससे रेल परिचालन में समस्या होती है । रेल यातायात के सुचारू परिचालन के लिए, रेल पटरियों में जमा पानी को निकालने हेतु अतिरिक्त पम्पों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मालभाड़ा बिजनेस डेवलपमेंट पर चर्चा करते हुए, महाप्रबंधक ने बताया कि रेलवे हर तरह के ग्राहकों, छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े एफएमसीजी और ई-कॉमर्स के दिग्गजों को मालभाड़ा सेवाएं प्रदान करने के हरसंभव प्रयास कर रही है।