राष्ट्रीय युवा वाहिनी शंखनाद समाचार
रीवा- मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार की जड़े कितनी गहराई तक पहुँच चुकी है, यह आए दिन देखने को मिलता है, पुलिस विभाग से लेकर स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग के कई अधिकारी लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं, जहाँ एक तरफ लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ राजनैतिक संरक्षण प्राप्त भ्रष्टाचारी अधिकारी अपनी आदतों से बाज नही आ रहे हैं। ताजा मामला लालगाव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है, जहां का प्राचार्य कमलेश तिवारी 25000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि प्राचार्य अशोक सिंह बघेल से एरियर्स भुगतान के बदले रिश्वत मांगी थी। आरोपी प्राचार्य 5000 रिश्वत पहले ले चुका था।इसके बाद शिकायतकर्ता ने पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक से कर दी। जिसके बाद निरीक्षक जियाउल हक के नेतृत्व में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने दबिश देकर कॉलेज कार्यालय से ही घूसखोर प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया। जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्घ कर विवेचना की जा रही है।
कमलेश शुक्ला की रिपोर्ट