अपराध

सूरजपुर:-विभाग के सहायक आयुक्त की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे आम जन व गरीब आदिवासी तबके के बच्चे


राष्ट्रीय युवा वाहिनी शंखनाद समाचार
सूरजपुर। आदिम जाति कल्याण एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त की लापरवाही का खामियाजा आम जन व गरीब आदिवासी तबके के बच्चो को भुगतना पड़ रहा है। अफसर दफ्तर में बैठक फील्ड का विजिट करते है तो वही भाई भतीजा वाद का उपयोग करते हुए स्कूल के शिक्षकों को हॉस्टल अधीक्षक का जिम्मेदारी शौपा है और हॉस्टल अधीक्षक के लिए हुई नियुक्त कर्मचारियों को कार्यालय में अटैच कर अन्य कार्य लिया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के प्रेमनगर विकास खण्ड में स्थित एकलव्य एकलव्य आदर्श कन्या आवासीय विद्यालय के छात्रावास के बच्चो को मिलने वाले खान पान में अनिमियता बरती जा रही है। जिस कारण बीते दिनों छात्रों का तबियत खराब हुआ था। जिन्हें प्रेमनगर अस्प्ताल ले जाया गया जहां स्टूडेंट की तबियत स्थिर बताई जा रही है।

वही इस कन्या छात्रावास का अपना भवन नहीं है। दो वर्षों से यह एकलव्य आदर्श कन्या आवासीय विद्यालय का छात्रावास आदिम जाति कल्याण विभाग के 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास में संचालित है। पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास की छात्राएं समीप स्थित प्री मेट्रिक कन्या छात्रावास के भवन में रहने को मजबूर हैं।

इस छात्रावास के 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास में 180 आदिवासी छात्राएं रहने को मजबूर हैं। 50 बेड में 180 छात्त्रा मवेशियों की तरह ठुस ठूस कर रखा गया है। छात्रावास में पानी की समस्या रहने के कारण सभी आदिवासी छात्राओं को समीप स्थित प्री मैट्रिक छात्रावास में नहाने जाना पड़ता है।