जानकारी के अनुसार जय मां तारिणी स्वयं सहायता समूह से संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान सरभोका के संचालक के द्वारा लगातार कुछ ग्रामीणों को राशन नहीं दिया जा रहा है इसी कड़ी में आज ग्रामीण सुबह से जिसमें एक दिव्यांग पुरुष भी शामिल था जो सुबह से ही राशन दुकान के बाहर दुकान खुलने का इंतजार दिन भर करते रहे इस दौरान उनके द्वारा कई बार दूरभाष के मदद से भी राशन दुकान संचालक से बात करने की बात कही गई परंतु हर बार उनके द्वारा राशन नहीं है बहाना बनाया जाता रहा है जिसमें दुकान में अनियमितता और ग्रामीणों का राशन नहीं बांटने का मामला प्रकाश में आया है।
जिसमें ग्रामीणों ने राशन दिलाने और दुकान की जांच करने की मांग की है साथ ही राशन दुकान संचालक माह में 1 से 2 बार ही राशन दुकान खोलते हैं कुछ ग्रामीणों की तो दो माह से किसी का 3 माह से राशन नहीं मिला है कुछ लोगों का बायोमेट्रिक अंगूठा लगाने के बाद भी संचालक द्वारा चावल नहीं अगले महीने देने की बात करके मामला रफा दफा कर दिया गया है तो कुछ ग्रामीणों ने पूरा राशन देने के बजाय उसमें कटौती की जाने की बात बताई जो की जांच का विषय लग रहा है तो वहीं दूसरी ओर अब देखना होगा कि खाघ विभाग की नींद कब खुलेगी।
यह ग्रामीण राशन दुकान के बाहर बैठे रहे जिसमें उर्मिला सोन कुंवर ,राधा, पार्वती, कमली बाई, रामकली ,राम बाई जनक सिंह ,आशा मीराबाई ,रामकली, राम बाई ,लल्ली बाई ,सोनकली , सोन कुंवर अंजलि, हीरामती राम सिंह श्रीराम सूर्य प्रताप यादव समेत ग्रामीण राशन की मिलने की आस में राशन दुकान के बाहर बैठे रहे।
ग्रामीणों का कहना
1-गणेश (ग्राम वासी सरभोका)"राशन 2 माह से नहीं मिला है संचालक से बात हुआ तो बार-बार अगले माह राशन देने की बात बताया जा रहा है।
2-रामकली (ग्रामीण सरभोका)"हम लोगों का खेत भी नहीं है और दो मन से संचालक द्वारा राशन भी नहीं दिया जा रहा है हम लोग बहुत परेशान हैं!
3-उर्मिला(ग्रामीण सरभोका)दो माह से राशन नहीं मिला है सरपंच से भी बात करने पर रहते हैं कि चावल अभी नहीं है!
उपेंद्र सिंह(सरपंच सरभोका)अभी चावल नहीं आया है किसी-किसी का 4 माह से चावल नहीं मिला है किसी का राशन आधा मिला है तो कोई अंगूठा लगाया है लेकिन नहीं मिला है ऐसा ही चल रहा है!
लिंगराज सिदार (अनुविभागीय दंडाधिकारी मनैन्द्रगढ़) मामले की जानकारी लेकर जांच किया जाएगा!