फतेहपुर: एक तो चोरी और ऊपर से सीना जोरी कुछ ऐसा ही हाल फतेहपुर जनपद में देखने को मिला, जहां पर अध्यापकों ने प्रधान प्रतिनिधि के साथ पहले झगड़ा किया और फिर उन्हीं के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष नदीम उद्दीन और पप्पू ने आरोप लगाते हुए पंचायत राज अधिकारी को ज्ञापन दिया और फर्जी मुकदमा रद्द करवाने की मांग की। हथगाम विकासखंड के ग्राम पंचायत अखरी में स्थित कंपोजीत विद्यालय में प्रार्थना पंचांग के दिन खंड विकास अधिकारी औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां पर कुछ अध्यापक बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित मिले। इस पर प्रधान प्रतिनिधि ने अध्यापकों की मनमर्जी के बारे में खंड शिक्षा अधिकारी को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि विद्यालय में बिना किसी पूर्व सूचना के अध्यापक नहीं आते हैं। इससे बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है। जब अध्यापकों को प्रधान प्रतिनिधि की बात पता चली तो उन्होंने अगले दिन प्रधान प्रतिनिधि को धमकाया। इस बीच दोनों पक्षों में कहासुनी हुई, लेकिन गांव के कुछ लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को समझा और अध्यापकों को डांट कर भगा दिया, लेकिन इसके पूर्व ही अध्यापकों ने सुनियोजित तरीके से ऐसा वीडियो बनाया, जिसमें प्रधान प्रतिनिधि की बात गलत निकले। अध्यापकों ने इसी वीडियो के आधार पर गुरुवार को हथगाव थाना में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि और उनके पुत्र के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया दिया। जिलाध्यक्ष ने बताया कि मामले को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी और विकास खंड अधिकारी को पत्र लिखकर मुकदमा रद्द करवाने की मांग की है। साथ ही मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की अपील की है। पंचायती राज अधिकारी को पत्र देने के दौरान ग्राम प्रधान संतोष कुमार, कोषाध्यक्ष भोला शंकर द्विवेदी, जिला महामंत्री सूर्य प्रकाश सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवधेश यादव, पीड़ित ग्राम प्रधान रामदुलारी, प्रधान खतीब अहमद, अखलाक खान सहित कई ग्राम प्रधान मौजूद रहे।