ब्यूरो चीफ आर एल पांडेय
लखनऊ। श्री जय नारायण मिश्र महाविद्यालय मे आज शिक्षक दिवस के अवसर पर "शिक्षक सम्मान समारोह" का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर 11 शिक्षकों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए समारोह के मुख्य अतिथि, प्रो ए. के. सेन गुप्ता, पूर्व प्रति कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, एवं विशिष्ट अतिथि, जी सी शुक्ला, मंत्री प्रबंधक, जय नारायण मिश्र महाविद्यालय, द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर प्रो सेन गुप्ता ने कहा कि, शिक्षकों का छात्रों से संवाद आवश्यक है, और यह संवाद केवल कक्षाओं तक सीमित नहीं रहना चाहिए। शिक्षकों को दिल से पढ़ाना चाहिए और उन्हें किताबी शिक्षा से अलग व्यवहारिक ज्ञान भी देना होगा। उन्होंने कहा कि, शिक्षकों को छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास पर भी विशेष ध्यान देना होगा और शिक्षकों को अपने स्टूडेंट का रोल मॉडल बनना होगा। उन्होंने कहा कि, शिक्षा से समाज में ह्युमन कैपिटल का निर्माण होता है। शिक्षा ही भविष्य के समाज में प्रबलता और समृद्धि की संवाहक होती है।
इस अवसर पर श्री जी सी शुक्ला ने कहा कि, शिक्षकों के लेक्चर पहले स्मरणीय होते थे। जो छात्र-छात्राओं को जीवन पर्यंत याद रहते थे। ऐसी ही शिक्षा की आज भी जरूरत है।
सम्मानित हुए शिक्षकों की पुस्तके शैक्षिक सत्र में प्रकाशित हुई है। सम्मानित शिक्षकों में डॉ रश्मि सोनी, डॉ वंदना सिंह, डा अनामिका सक्सेना, डॉ अनिल त्रिपाठी, डॉ मनोज कुमार, डॉ अनिकेश प्रकाश, श्री संजय कुमार चौहान, डॉ बालेश्वर प्रसाद, डॉ शिवांगी शर्मा, डॉ राजेश कुमार तिवारी सहित महाविद्यालय प्राचार्य प्रो विनोद चंद्रा को उनकी पुस्तक इंडियन फैमिलीज के लिए मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।
समारोह का संचालन प्रो बलवंत सिंह ने किया।
समारोह के समापन पर प्रो के के शुक्ला, उपप्राचार्य ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रो एस सी हजेला, प्रो मनोज पांडेय, प्रो भारती पांडेय सहित महाविद्यालय के अनेक शिक्षक छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।