शिक्षा

शासकीय विद्यालय छोड़ अशासकीय विद्यालय का लिया सहारा सीएम राइज विद्यालय के कनिष्ठ व्याख्याता को अतिरिक्त प्रभार "विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के प्रभार से मुक्त किए जाने की उठी मांग

रीवा- शासन-प्रशासन जहा एक ओर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने में लगा हुआ है और शासन की मंशा है कि सीएम राइज विद्यालय में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को बेहतर तरीके से शिक्षा मिल सकें सीएम राइज विद्यालय का नियम है कि किसी कर्मचारी को अतिरिक्त प्रभार नहीं सौंपा जाएगा लेकिन शासन के नियमों को दरकिनार करते हुए वहीं सीएम राइज विद्यालय के कनिष्ठ व्याख्याता नागेश्वर प्रसाद शर्मा को विकास खण्ड शिक्षा अधिकारीत्यौंथर का प्रभार दिया गया है जों सीएम राइज विद्यालय के नियम के विरुद्ध प्रतीत हो रहा है बताया जा रहा है कि व्याख्याता श्री शर्मा को सीएम राइज विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के साथ हीं विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया गया है व्याख्याता नागेश्वर प्रसाद शर्मा शैक्षणिक कार्य नहीं कर रहे है बल्कि निजी लाभ के लिए विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी त्यौंथर का प्रभार उच्च अधिकारियों व छोटे भइया नेताओ से सिफारिश एवं सांठ-गांठ कर लिया गया है क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि यही वजह है कि अभिभावक ज्यादा तर शासकीय विद्यालय से छात्र छात्राओं का नाम कटाकर अशासकीय विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाते है क्योंकि शैक्षणिक गतिविधियां सुचारू ढंग से संचालित नहीं होती केवल निजी लाभ के लिए प्रभार दिया जाता है क्षेत्रीय लोगों द्वारा आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय को पत्र लिखकर सीएम राइज विद्यालय त्यौंथर के व्याख्याता नागेश्वर प्रसाद शर्मा को विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के प्रभार से मुक्त कराने की मांग किया गया है।
अब देखनी बाली बात होगी कि सीएम राइज विद्यालय के व्याख्याता को विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के प्रभार से कब तक में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा मुक्त किया जागेगा? या फिर सिफारिश व दबाव के कारण शैक्षणिक गतिविधियों में बाधक बने रहेंगे।