शिक्षा

झांसी के युवाओं ने सरकार को घेरा, बताया क्या हैं उनके चुनावी मुद्दे?

चाय पर चर्चा के बाद 'अमर उजाला' का चुनावी रथ 'सत्ता का संग्राम' युवाओं के बीच झांसी पहुंचा। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के पास आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं ने शिरकत की। इस दौरान युवाओं ने विकास, रोजगार, शिक्षा, महंगाई और भर्तियों के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए झांसी के युवाओं ने चुनावी मुद्दों पर खुलकर बात की। 'सत्ता का संग्राम' कार्यक्रम में यहां के युवाओं ने विकास, रोजगार, शिक्षा, महंगाई और भर्तियों के मुद्दों पर खुलकर बात की। इस दौरान कुछ युवाओं ने मोदी और योगी सरकार के कामकाज की तारीफ की तो किसी ने कमियां गिनाई।
आशुतोष तिवारी ने रोजगार, पेपर लीक और भर्तियों का उठाया। आशुतोष ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में रोजगार ठप है। युवाएं निकल रहे हैं लेकिन रोड पर हैं। विकास बिल्कुल नहीं हुआ है। जब मोदी जी झांसी आने वाले थे तब सड़क को बना दिया गया। प्रतीक द्विवेदी ने कहा कि पिछली सरकार के मुकाबले में इस सरकार में विकास हुआ है। सड़कें बनी हैं। यातायात का साधन सुगम हो गया है, कई एक्सप्रेस वे बन गए हैं। महिला सुरक्षा पर प्रतीक ने कहा कि सपा सरकार की तुलना में इस सरकार में माता बहनें सुरक्षित हैं।

महिमा पांडे ने महिला सुरक्षा पर कहा कि कहा कि पांच साल पहले जैसे थे वैसे अब भी हैं।

अभिषेक प्रताप सिंह ने कहा कि आपने पूछा कि यहां क्या बदलाव हुआ है? तो मेरा मानना है कि बदलाव हुआ है युवाओं को आतंकवादी कहा जाता है। रोजगार मांगने वालों को जेल भेज दिया जाता है। छात्रों को घसीटते हुए सीएम कार्यालय तक ले जाया जाता है, वहां पर उस पर यूएपीए लगाया जाता है। इस सरकार में पेपर लीक के मुद्दे को उपलब्धि बताया जाता है। कहा जाता है कि दोषियों पर बुलडोजर चालाया जाएगा लेकिन हमें नहीं पता कि आज तक किसी के ऊपर बुलडोजर चला। हां मुझे ये जरूर पता है कि किसानों के ऊपर बुलडोजर जरूर चलाया गया।

अंजली ने शिक्षा का मुद्दा उठाया।

उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती है। शिक्षकों को अलग अलग जगहों को अलग अवग कार्यों में लगा दिया जाता है। बच्चे पढ़ेंगे कैसे? कभी चुनाव में तो कभी पल्स पोलियों ड्यूटी में तो कभी कहीं। धर्म और हिंदु मुस्लिम को लेकर अंजली ने कहा कि हिंदुओं को तो ये भी नहीं पता कि भगवत गीता में क्या लिखा है? मुस्लिमों को तो कम से कम मदरसों में सिखाया जाता है कि उसके कुरान में क्या लिखा है? हमलोगों को तो वो भी नहीं सिखाया जाता है। न हमें संस्कृत आती, न भगवत गीता में क्या लिखा है वो पता है और धर्म की बात की जाती है। हर्ष सिंह ने कहा कि भाजपा वालों से ये पूछा जाए कि जब इनके ही विधायक बलात्कारी हो तो ये कैसे महिलाओं का सम्मान करेंगे? बेरोजगारी पर हर्ष ने कहा कि मैं बीटेक (तीसरे वर्ष) का छात्र हूं, ये बता दें कि कितने बीटेक वाले प्लेस्ड हुए हैं। विकास के मुद्दे पर इस छात्र ने कहा कि चुनाव के पांचवें साल में ही क्यों विकास की गंगा बह जाती है? महंगाई को लेकर हर्ष ने कहा कि अगर महंगाई बढ़ती है तो आय भी दोगुनी किया जाना चाहिए। पुशपरास सिंह ने एक कविता के जरिए कहा कि हम हर चीज सरकार पर छोड़ दे रहे हैं। कुछ खुद भी करना चाहिए। युवाओं को स्वरोजगार की तरफ ध्यान देना चाहिए। अभिषेक सिंह जो बीटेक के छात्र (इलेक्ट्रॉनिक्स) हैं, उन्होंने मुद्रा लोन पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि 10 लाख का मेरा प्रोजोक्ट था, जब हम लोन मांगने गए तो उन्होंने कहा कि 50 हजार रुपये ले लीजिए।