शिक्षा

Lucknow :-शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन के लिए बाबा रामदेव सहित अन्य विभूतियों से मिली विजय वर्गी

स्थानीय सम्पादक आर एल पाण्डेय
लखनऊ। शिक्षा के क्षेत्र में फैले व्यापार, भ्रष्टाचार एवं शोषण के विरुद्ध लंबे समय से संघर्षरत राष्ट्रीय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय प्रभारी एवं राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष तथा अभिभावक एकता आंदोलन राजस्थान के सूत्रधार मनीष विजयवर्गीय ने आध्यात्मिक शिक्षा एवं संस्कार यात्रा के तहत हरिद्वार में गायत्री परिवार के आश्रम शांतिकुंज, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, वेद माता गायत्री मंदिर, जूनागढ़ अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज के कनखल स्थित हरिहर आश्रम, बाबा रामदेव के पतंजलि वैदिक गुरुकुलम, आचार्यकुलम, पतंजलि विश्वविद्यालय, पतंजलि औषधि उद्यान एवं रिसर्च सेंटर, पतंजलि आयुर्वेदिक हॉस्पिटल, भारत स्वाभिमान मुख्यालय व दिल्ली के विख्यात मुनि इंटरनेशनल स्कूल सहित विशेष चुनिंदा गुरुकुलो, स्कूलों व आध्यात्मिक संस्थानों के आश्रमो में विजिट कर उनके संचालकों, आचार्यो विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों से मुलाकात व संवाद किया जो शिक्षा के क्षेत्र में सेवा की भावना के साथ भारतीय संस्कृति, संस्कृत तथा वैदिक संस्कारों को प्राथमिकता देते हुवे उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं।

*गंगा स्नान से प्रारंभ हुई सात दिवसीय शिक्षा संस्कार यात्रा*
भारतीय संस्कृति में जिसे गंगाद्वार कहा जाता है एवं जिसकी विशेष महिमा गाई गई है उस हरिद्वार की हर की पेडी में गंगा स्नान करके अभिभावक एकता संघ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मनीष विजयवर्गीय ने सात दिवसीय आध्यात्मिक शिक्षा एवं संस्कार यात्रा की शुरुआत 24 मार्च से की जिसमें उनकी धर्मपत्नी शुभांगी व 7 वर्षीय पुत्र भी साथ रहे।

*शिक्षा में व्याप्त व्यापार, भ्रष्टाचार एवं शोषण के विरुद्ध बाबा रामदेव से हुआ संवाद*
इस दौरान पतंजलि के योग ग्राम स्थित प्राकृतिक चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र निरामय में बाबा रामदेव से विजयवर्गीय ने मुलाकात की करीब आधे घंटे हुई संवाद वार्ता में विजयवर्गीय ने बाबा रामदेव को उनके द्वारा प्रस्तावित भारतीय शिक्षा बोर्ड को केंद्र सरकार द्वारा मान्यता दिए जाने एवं उसके गठन पर धन्यवाद के साथ खुशी जाहिर करते हुए कहां कि इससे देश के करोड़ों विद्यार्थियो में भारतीय संस्कार, वैदिक संस्कृति व संस्कृत के साथ गुरु शिष्य परंपरा के महत्व को जानने एवं उसे अनुभव करने के अवसर मिलेंगे जिससे भारत को विश्व गुरु बनाने में उनकी सहभागिता सुनिश्चित होगी साथी विजयवर्गीय ने बाबा रामदेव को अभिभावक एकता आंदोलन के तहत किए गए प्रयासों की जानकारी के साथ जमीनी स्तर पर शिक्षा में व्यापार भ्रष्टाचार एवं शोषण की हकीकत बयान करते हुए शिक्षा व्यवस्था परिवर्तन के प्रयासों में सहभागिता के विचार एवं प्रस्ताव रखें जिस पर बाबा रामदेव ने सहयोगी मार्गदर्शन प्रदान करते हुए विजयवर्गीय को आश्वस्त किया।

*शिक्षा में अध्यात्म एवं संस्कार के लिए अनेक विभूतियों से हुई संवाद वार्ता*
सनातन संस्कृति एवं शिक्षा से जुड़ी विभूतियों से मिलने के क्रम में विजयवर्गीय ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलपति शरद पारधी, आचार्यकुलम की कुलपति ऋतंभरा, गायत्री परिवार शांतिकुंज की संस्कार शाला प्रकल्प के प्रभारी उदय किशोर मिश्रा, जूनागढ़ अखाड़े के हरिहर आश्रम के प्रबंध संचालक राजेंद्र एवं दिल्ली स्थित विख्यात मुनि इंटरनेशनल स्कूल के संचालक तथा शिक्षा में नवाचार के विशेषज्ञ अशोक ठाकुर आदि शिक्षा से जुड़ी विभिन्न विभूतियो से मुलाकात एवं चर्चा कर इन संस्थानों में चल रही गतिविधियों को नजदीकी से देखते हुए उनकी जानकारी प्राप्त की तथा आध्यात्मिक शिक्षा एवं संस्कार यात्रा के उद्देश्य की पूर्ति हेतु कार्य योजना पर मार्गदर्शन प्राप्त किया।

*मैकाले की शिक्षा पद्धति से मुक्ति ही सच्ची स्वतंत्रता होगी - मनीष विजयवर्गीय*
मनीष विजयवर्गीय ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष में भले देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है परंतु अंग्रेजों के षड्यंत्र की प्रतीक मैकाले शिक्षा पद्धति की वजह से शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त चारित्रिक पतन, व्यापार, भ्रष्टाचार एवं शोषण से देश की करीब 30 करोड़ से अधिक अभिभावक एवं विद्यार्थी पीड़ित एवं प्रभावित हैं गुलामी की प्रतीक इस शर्मनाक व्यवस्था से भारत कैसे मुक्त हो ? तथा कैसे फिर से सनातन वैदिक संस्कृति व संस्कारों से युक्त शिक्षा के मंदिरों की पुनर्स्थापना के द्वारा भारत फिर विश्व गुरु बने इसकी संभावनाओं को समझने, तलाशने एवं उस दिशा में प्रयास आगे बढ़ाने के उद्देश्य से यह सात दिवसीय आध्यात्मिक शिक्षा एवं संस्कार यात्रा प्रारंभ की गई, इस दौरान विभिन्न विभूतियों से मिले मार्गदर्शन एवं अनुभव के साथ अभिभावक एकता संघ आगामी समय में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के साथ साथ राष्ट्रवादी भावना के समर्थक एवं भारतीय संस्कारों की महत्व को जानने वाले शिक्षकों को भी आंदोलन से जोड़ते हुए नवाचारों के द्वारा शिक्षा में सेवा, सुचिता, संस्कृति एवं संस्कारों के लिए जन जागरण अभियान चलाएगा विजयवर्गीय ने कहा कि मैकाले की शिक्षा पद्धति से मुक्ति ही देश की सच्ची स्वतंत्रता होगी इस हेतु अभिभावक एकता आंदोलन के तहत समाज के सभी तबकों को जोड़ते हुए कार्य योजना बना शिक्षा व्यवस्था परिवर्तन के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे। हरिओम चौधरी
मीडिया कोऑर्डिनेटर
अभिभावक एकता आंदोलन राजस्थान ने उक्त जानकारी दी।