शिक्षा

मध्यप्रदेश /कटनी:-आध्यात्मिक ऊर्जा को जगाकर संस्कारवान पीढ़ी तैयार करने का लिया संकल्प - कर्मयोगी प्रकृतिपुत्र त्यागी जी महराज

कटनी/मध्यप्रदेश- पूरा भूमण्डल भारत देश को पुरातन से ही विश्वगुरु मानता रहा है, जिसका कारण भारत मे अनेक महापुरुषों, मनीषियों, साधु, संतों का जन्म और उनका कर्म रहा है। भारत में हमेशा से देववाणी का प्रचार वृहद रूप से विद्वानों द्वारा किया गया जिसका परिणाम यह था कि भारत का प्रत्येक बालक संस्कारवान हुआ। आधुनिक युग बदलाव के कारण हमारे देश से आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार कम हो गया और हम विदेशी भाषा को उन्नति देने के पथ पर लगातार अग्रसर होते रहे जिसके कारण हमारे संस्कार और संस्कृति में उसका कुप्रभाव देखने को मिला है। भारत में एक बार पुनः सनातन एवं संस्कृति की रक्षा करने और बच्चों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार कर राष्ट्र रक्षा और कल्याण के लिए फिर से एक बार महापुरुषों ने संकल्प लें लिया है। इसी क्रम में कर्मयोगी प्रकृतिपुत्र स्वर्गनगरी कटनी से अध्यात्म की साधना करने वाले त्यागी जी महाराज ने बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं समाज में नए आध्यात्मिक ज्ञान को लेकर संस्कारवान पीढ़ी के नवनिर्माण हेतु संकल्पित है। त्यागी जी शिक्षकों एवं छात्रों में अपने अध्यात्म ऊर्जा के माध्यम से संस्कार, संस्कृति की ऊर्जा भरने की कोशिश कर रहे हैं।बिना किसी वर्ग भेद के सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह, धर्म का मर्म दया, उदारता, ईमानदारी, आदि गुणों को बच्चों में बाल्यकाल से ही अंकुरित करने के लिए संकल्पित है। उनके अनुसार विद्यालय को गुरुकुल बनाने का प्रयास जारी है, ताकि नए संस्कारवान भारत का नवनिर्माण हो सके। त्यागी जी प्रतिदिन एक हजार बच्चों से मिलकर उनमें नई ऊर्जा का संचार कर रहे हैं जिसके कारण छात्रों के साथ साथ अध्यापक भी उनके कार्य से मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। बच्चों में संस्कार भरने के अलावा महराज जी द्वारा प्रतियोगिता के माध्यम से उनको पुरुस्कार भी दिया जाता है। आगामी समय में त्यागी जी बच्चों एवं अध्यापकों की गतिविधियों को सरकार के समक्ष भी प्रस्तुत करेंगे।

राष्ट्रीय युवा वाहिनी शंखनाद समाचार सम्पादक हिन्दू देव प्रकाश शुक्ला, प्रबंध सम्पादक अभिषेक द्विवेदी शिकायत या विज्ञापन हेतु हेल्पलाइन नंबर 9137026483