ऊ, उन्नाव और बाराबंकी के स्कूलों के सरकारी प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्रों में ALfA (Accelerated Learning for All) पद्धति पर अपने अनुभव साझा किए। उत्तर प्रदेश की पूर्व शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप ने कहा, " सीखने को बढ़ावा देने वाला कोई भी तरीका एक मूल्यवान पद्धति है। DEVI संस्थान का तेज़ सीखने पर दिया गया ध्यान छात्रों की दक्षता को बढ़ाएगा और एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने में योगदान देगा।"
सिनर्जी समिट 3.0 के अंतर्गत टाटा स्टील फाउंडेशन, अडानी फाउंडेशन, हिंडाल्को आदित्य बिड़ला फाउंडेशन, कोटक महिंद्रा फाउंडेशन, द वर्ल्ड बैंक, एचसीएल टेक और एनसीईआरटी जैसी प्रमुख संस्थाओं के नेतृत्व को एक साथ लाया गया है। समिट और 14वें एज्युकेशनल लीडरशिप कॉन्फ्रेंस में आने वाले दिनों में 4,000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे। निपुण भारत मिशन की ओर भारत की यात्रा को तेज़ी से आगे बढ़ाने पर पूरा ध्यान रहेगा। यह कार्यक्रम 23 से 25 सितंबर 2024 तक आयोजित किया जा रहा है।
वर्ल्ड बैंक की कनुप्रिया मिश्रा ने कार्यक्रम के दौरान कहा, "हम वर्ल्ड बैंक में भारत और दुनियाभर की सरकारों को बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता (FLN) में सुधार करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लर्निंग पॉवर्टी के अनुसार, भारत में बच्चे 10 वर्ष की आयु तक पढ़ने में सक्षम नहीं हो पाते हैं, यह एक आपात स्थिति है जिसका समाधान ज़रूरी है। इसका समाधान तभी संभव है जब सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र और DEVI संस्थान जैसी संस्थाएं मिलकर प्रयास करें और ऐसा समाधान ढूंढें जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी बच्चों को शिक्षा मिले।"