ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 द्वारा दिनांक 22.08.2024 एवं 23.08.2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर विज्ञान प्रश्नोत्तरी/पेन्टिंग/भाषण प्रतियोगिता एवं वैज्ञानिक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन परिषद के प्रथम तल पर स्थित सर सी0वी0 रमन प्रेक्षागृह में प्रातः 9.00 बजे से अपराह्न 3.15 बजे तक किया गया। दिनांक 23 अगस्त, 2024 को ’राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने के लिए, भारत सरकार भारत के अंतरिक्ष मिशनों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को उजागर करने और देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए एक महीने का अभियान शुरू कर रही है। इस वर्ष के उत्सव का विषय है “चंद्रमा की सतह से मानव जीवन का स्पर्शः भारतीय अंतरिक्ष गाथा” जो समाज और प्रौद्योगिकी पर अंतरिक्ष अन्वेषण के गहन प्रभाव पर जोर देती है।भारत सरकार ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के सम्मान में 23 अगस्त को आधिकारिक तौर पर ’राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ घोषित किया है, जिसके तहत ’शिव शक्ति’ बिंदु पर विक्रम लैंडर की सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग कराई गई तथा 23 अगस्त, 2023 को प्रज्ञान रोवर को चंद्र सतह पर तैनात किया गया। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस अंतरिक्ष अन्वेषण में महत्वपूर्ण उपलब्धियों को मान्यता देता है और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में प्रगति पर प्रकाश डालता है। यह दिन छात्रों के बीच अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रुचि पैदा करके और उन्हें रोल मॉडल प्रदान करके भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए समर्पित है। इसके अलावा, राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस अंतरिक्ष अन्वेषण के महत्व और लाभों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाता है, राष्ट्रीय गौरव और एकता को बढ़ावा देता है। यह हमारे जीवन पर अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रभाव और इस आवश्यक क्षेत्र में निरंतर समर्थन और प्रगति की आवश्यकता के बारे में एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है।विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 द्वारा दिनांक 22.08.2024 एवं 23.08.2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में लखनऊ के 7 प्रतिष्ठित स्कूलों के विद्यार्थियों एवं विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के प्रथम दिवस में परिषद द्वारा अन्तरिक्ष प्रश्नोत्तरी, पोस्टर मेकिंग एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सभी प्रतियोगिताओं में लगभग 250 विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
अन्तरिक्ष प्रश्नोत्तरी में प्रथम पुरस्कार के स्वरूप रु.5000.00, द्वितीय पुरस्कार रु.3000.00, तृतीय पुरस्कार रु.2000.00 एवं सांत्वना पुरस्कार के रूप में रु.1000.00-1000.00 के दो पुरस्कार क्रमशः समीर सेन, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, फरीदीपुर; आयुषमान शुक्ला, सिटी कान्वेण्ट इण्टर कालेज; ऋषभ रावत, सिटी कान्वेण्ट इण्टर कालेज, तेजस सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, सूर्यनगर ने प्राप्त किया। पोस्टर मेकिंग में प्रथम पुरस्कार के स्वरूप रु.5000.00, द्वितीय पुरस्कार रु.3000.00, तृतीय पुरस्कार रु.2000.00 एवं सांत्वना पुरस्कार के रूप में रु.1000.00-1000.00 के दो पुरस्कार क्रमशः प्रिया सेन, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, फरीदीपुर ; रोहनी सिंह, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, सूर्यनगर; अंशी दुबे, माण्टफोर्ट इण्टर कालेज, महानगर, आयूष त्रिपाठी, लखनऊ माडल पब्लिक इण्टर कालेज, सूर्यनगर, इर्तिका हसन, यूनिटी कालेज, लखनऊ एवं मुक्ति, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, फरीदीपुर ने प्राप्त किया। अंशी दुबे एवं आयूष त्रिपाठी को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार दिया गया। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के स्वरूप रु.5000.00, द्वितीय पुरस्कार रु.3000.00, तृतीय पुरस्कार रु.2000.00 एवं सांत्वना पुरस्कार के रूप में रु.1000.00-1000.00 के दो पुरस्कार क्रमशः देव शुक्ला, सिटी कान्वेण्ट इण्टर कालेज, तेजस्वनी, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, फरीदीपुर; अदिति शुक्लाए सिटी कान्वेण्ट इण्टर कालेज, दीपांशी सिंह, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, सदरौना; मृदुल मिश्रा, माण्टफोर्ट इण्टर कालेज, महानगर, वैष्णवी बाजपेयी, लखनऊ माडल पब्लिक इण्टर कालेज, सूर्यनगर, ने प्राप्त किया।
तेजस्वनी एवं अदिति शुक्ला को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार दिया गया। उक्त दो दिवसीय कार्यक्रम में इसरो बैंगलोर हेडक्वार्टर के वैज्ञानिक डाॅ. मोहम्मद हसन एवं आर0एस0ए0सी0, लखनऊ के वैज्ञानिक डाॅ. अनिरुद्ध उनियाल एवं इस्ट्रैक, इसरो के वैज्ञानिक श्री राजीव कुमार द्वारा व्याख्यान दिया गया। इस कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे लगभग 250 स्कूली विद्यार्थियों ने सभी वैज्ञानिकों से चन्द्रयान, मंगलयान एवं अंतरिक्ष से जुड़ी विभिन्न विषयों की जानकारी की गयी। इस कार्यक्रम में श्री पंधारी यादव, आई.ए.एस. प्रमुख सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उ. प्र. शासन द्वारा पुरस्कृत होने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार दिये गये। इसरो बैंगलोर हेडक्वार्टर के वैज्ञानिक डाॅ. मोहम्मद हसन द्वारा चन्द्रयान-3 एवं इसरो की यात्रा, आर.एस.ए.सी., लखनऊ के वैज्ञानिक डाॅ. अनिरुद्ध उनियाल द्वारा चन्द्रमा एवं इस्ट्रैक, इसरो के वैज्ञानिक श्री राजीव कुमार द्वारा सेटेलाइट्स के बारे में व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। परिषद के सचिव श्री शीलधर सिंह यादव ने विद्यार्थियों से अन्तरिक्ष के क्षेत्र कैरियर बनाने का आहवाहन किया। डाॅ. डी.के. श्रीवास्तव, निदेशक द्वारा कार्यक्रम में पधारे बच्चों, शिक्षकों एवं वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया।