लखनऊ। डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के सत्र 2022-23 के विषम सेमेस्टर परीक्षा के एमसीए पाठ्यक्रम के द्वितीय वर्ष के तृतीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया। परीक्षार्थी अपना परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट के वन व्यू पर देख सकते हैं।
एक छात्र एक पौधा अभियान में योगदान देगा एकेटीयू
धरा को हरा-भरा करने की सरकार की मुहिम में अपना योगदान देने के लिए डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। इसी के तहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अभियान वन स्टूडेंट, वन टी को सफल बनाने के लिए माननीय कुलपति के निर्देश पर कुलसचिव श्री जीपी सिंह ने अपने संबद्ध संस्थान को पत्र लिखा है। कहा गया है कि सभी संस्थान अपने यहां 30 जुलाई तक चले वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहभागिता करें। परिसर में पौधरोपण के साथ छात्रों से भी पौधे लगवायें। जिससे कि अभियान को सफल बनाया जा सके।
हाइटेक लैब देख रोमांचित हो गये इंटर के छात्र
- शैक्षणिक यात्रा पर एकेटीयू आये 11वीं के छात्रों सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज स्थित देखे विभिन्न लैब, कोई बनना चाहता है बड़ा इंजीनियर तो किसी का रोबोटिक्स साइंटिस्ट बनने का है सपना
डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में उच्च स्तरीय लैब देखकर बुधवार को 11वीं के छात्र रोमांचित हो गये। पहली बार इस तरह के हाइटेक लैब में पहुंचे बच्चों ने देर तक लैब के विभिन्न हिस्सों को देखा। बाल निकुंज इंटर कॉलेज माहिबुल्लापुर के 11वीं के करीब 130 बच्चे अपने शिक्षकों के साथ विश्वविद्यालय देखने पहुंचे थे।
इनोवेशन हब में नवाचार से हुए वाकिफ
क्लासरूम, शिक्षक, लेक्चर और किताब के डेली रूटीन से अलग बच्चे जब लैब पहुंचे तो उनकी आंखें चमक उठीं। बच्चे लैब के विभिन्न हिस्सों को बड़ी गंभीरता से देख रहे थे। हर एक चीज की जानकारी बारीकी से पूछ रहे थे। इस दौरान बच्चों ने एडवांस फैब्रिकेशन लैब, आइडिया लैब, थ्री डी प्रिंटिंग लैब, गूगल कोडिंग लैब, फाइबर सेमुलेशन, रोबोटिक्स, इंडस्टियल ऑटोमेशन, सेंसर लैब, लेजर लैब आदि का निरीक्षण किया। बच्चों ने थ्री डी प्रिंटिंग से किस तरह मॉडल बनाये जाते हैं कि जानकारी ली। साथ ही आइडिया लैब को करीब से जाना। लैब देखने के बाद ऐसा लगा जैसे बच्चों को भविष्य की राह मिल गयी हो। लैब देखने के बाद छात्र इनोवेशन हब भी पहुंचे। यहां उन्होंने नवाचार और उद्यमिता के बारे में भी जाना। बच्चों में आत्मनिर्भर बनने की ललक दिखी। कोई डॉ0 कलाम जैसा बनने के सपने बुनने लगा तो कोई इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम करने को आतुर दिखा। बच्चों से एसो0 डीन डॉ0 अनुज शर्मा ने लैब से जुड़ी जानकारी साझा की। साथ ही महीप सिंह, डॉ, रबीश, वंदना शर्मा, अनुराग चौबे, मोनिका सहित पीएचडी स्कॉलर ने बच्चों को जानकारी दी। इस दौरान बच्चों के साथ कॉऑर्डिनेटर पुनीत मिश्रा, शिक्षक प्रीति द्विवेदी, पुनीत कुमार, राजेश पांडेय और नीरज पांडेय आये थे।