बलिया प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर जताया आक्रोश
पत्रकारों को तत्काल रिहा करने की मांग फ़तेहपुर यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले में बलिया प्रशासन द्वारा तीन पत्रकारों को जेल भेजने की घटना से जिले के पत्रकार आक्रोशित हैं। जिला पत्रकार संघ/एसोसिएसन की ओर से गुरुवार को पांच सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल के नाम डीएम को सौंप कर पत्रकारों की जल्द रिहाई कर बलिया डीएम और एसपी को बर्खास्त करने की मांग की गई। जिला पत्रकार संघ/एसोसिएशन कार्यालय से गुरुवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे पथरकटा चौराहा होते हुए जिलाध्यक्ष अजय भदौरिया के नेतृत्व में जिले भर के सैकड़ों पत्रकारों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही पत्रकारों ने स्वर मुखर कर बलिया जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे को राज्यपाल और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों ने मांग की कि बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए तीन पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता की जल्द रिहाई करें नहीं तो पूरे प्रदेश में पत्रकारों द्वारा जबरदस्त तरीके से विरोध दर्ज किया जाएगा।एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष "श्री भदौरिया" ने कहा कि पत्रकार उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर त्वरित अंकुश लगाया जाए। साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा के लिए "सुरक्षा कानून" लागू किये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के पत्रकारों और सोसल मीडिया पत्रकारों की पहचान कर जिला सूचना अधिकारी द्वारा पत्रकारों को परिचय पत्र बनाए जाने का आदेश दिए जाएं। पत्रकारों की गिरफ्तारी निंदनीय और घृणित है, इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। इस मौके पर मलय पांडेय, रईस उद्दीन, इरशाद सिद्दीकी, आशीष सिंह, संदीप शुक्ला, श्याम तिवारी, शिव बहादुर सिंह चौहान,प्रवीण सिंह, श्रीराम अग्निहोत्री, विमलेश कुमार, ऋषभ उमराव, भीम सिंह, बबलू सिंह, अनूप तिवारी, कुमुद तिवारी, धीरेंद्र बाजपेई, अंशु बाजपेई, अभिलाष दीक्षित, शिवकुमार,दुर्गेश कुमार पांडेय, अमित श्रीवास्तव, अरुण शर्मा सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहे।