शिक्षा

युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का सुंदर काम अहिंसा लाइब्रेरी कर रही है: विष्णु कुमार वर्मा

लखनऊ। समाज की आज सबसे बड़ी आवश्यकता सक्षम युवाओं के हांथ को काम देना या दिलाना है। रोजगार युक्त युवा सबल मजबूत भारत। ग्रामीण बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समस्त सुविधायुक्त परिसर उपलब्ध कराना बहुत ही पुण्य का काम है। गांव के युवा रोजगार की तरफ उन्मुख होंगे तो हमारे गांवों की वर्तमान तस्वीर जरूर बदलेगी। उक्त विचार एम एस एम ई मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्र कानपुर के संयुक्त निदेशक श्री विष्णु कुमार वर्मा ने आज विनोबा सेवा आश्रम द्वारा संचालित अहिंसा पुस्तकालय का भ्रमण करने के उपरांत तथागत में व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार का सराहनीय कार्य सिलाई प्रशिक्षण , कंप्यूटर प्रशिक्षण , वस्त्र बुनाई कार्य आदि यहां विनोबा सेवा आश्रम द्वारा किया जा रहा है।।उन्होंने लाइब्रेरी में पढ़ते हुए छात्रों से भी बात की कि आपको यहां कैसा लग रहा उन्होंने कहा कि मेरे घर पर पढ़ाई का माहौल नहीं बन पा रहा था । यहां पर वातावरण पढ़ाई का है। यहां पर पढ़ाई में यदि कोई समस्या आती है तो इसकी प्रभारी सीना मैडम सभी का सहयोग भी कर देती है। श्री वर्मा ने अपने विभाग के माध्यम से शीघ्र यहां युवाओं के लिए विभिन्न आयाम के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आश्रम की संरक्षक विमला बहन ने कहा। कि बरतारा गांव में अभी कुछ माह पहले अहिंसा आडोटोरियम एवं लाइब्रेरी की पहली बार शुरुआत उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आशीर्वाद से हुई थी । आश्रम का कोई अनुभव इस प्रकार का नहीं था कि लाइब्रेरी का कार्य अच्छी पुस्तकें रखने और उन्हें वितरण करने के अलावा कुछ और उपयोग भी होता है
तब राज्यपाल महोदया ने कहा था कि क्षेत्र के जरूरतमंद बच्चों की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी यहां बहुत अच्छी हो सकती है। वह अब सच होता दिख रहा है। श्रीमती सीना शर्मा प्रभारी लाइब्रेरी ने कहा कि गांधीजयंती के दिन से इस पुण्यकारी काम की शुरुआत की गई।
और अभी तक 20 से ज्यादा युवाओं ने यहां प्रवेश ले लिया। चूंकि मेरा अनुभव दिल्ली हरिजन सेवक संघ की महादेव देसाई लाइब्रेरी संचालित करने का तो था लेकिन गांव में इतने अच्छे और सुंदर परिणाम लाइब्रेरी के आएंगे। यह विश्वास आज पूरा हुआ है। आश्रम की पर्यवेक्षक ममता बहन जो इस भलाई के केंद्र की व्यवस्थापक हैं।वे बताती हैं कि बच्चे सुबह 8 बजे से आना शुरू हो जाते हैं और रात के 7 बजे तक 11 घंटे हमारे साथ रहते हैं। वैसे बच्चे
जितनी देर तक रुकना चाहते हैं ।हम उतनी देर तक उन्हें सुविधा देते हैं।
एक साथ सामूहिक पढ़ाई करने हेतु डिजिटल बोर्ड से स्टडी करने की भी सुविधा उपलब्ध है। खादी विभाग के प्रबंधक श्री अखिलेश उपाध्याय ने चरखा से सूत कताई और वस्त्र बुनाई का कार्य भी दिखाया।आश्रम के प्रबंधक श्री मुदित कुमार ने कहा कि इस प्रकार का प्रयोग शुरू करने का मन तो सभी का पहले से था जो अब जाकर पूरा हुआ। अध्ययनरत युवा श्री हिमांशु सिंह ने संयुक्त निदेशक श्री वर्मा को बताया कि सभी साथी बहुत खुशी से यहां पढ़ाई करते हैं। वाई फाई और 24 घंटे लाइट बनी रहे इसलिए साढ़े सात किलोवाट की सोलर यूनिट लगाई गई है जो पर्याप्त है।
इस अवसर पर सहायक निदेशक MSME श्री सुनील कुमार पांडे और क्षेत्रीय नोडल अधिकारी श्री संदीप कुमार गुप्ता भी साथ में थे। बहन कमला सिंह ने अतिथियों को आश्रम भ्रमण कराते हुए सभी गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मोहित कुमार सचिव विनोबा सेवा आश्रम ने सभी का आभार व्यक्त किया। आश्रम की रीना बहन द्वारा बनाया गया जैविक स्वादिष्ट भोजन लेकर अतिथिगण कानपुर के लिए प्रस्थान कर गए।