शिक्षा

राष्ट्रीय युवा वाहिनी शंखनाद चित्रकूट- धर्म पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा- अनिल त्रिपाठी देवरवा

रामचरितमानस पर अभद्र टिप्पणी पर बिहार के शिक्षा मंत्री के खिलाफ समाजसेवियों ने राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
सनातन धर्म पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा- अनिल त्रिपाठी देवरवा
राजापुर नगर के समाजसेवियों ने कहा प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर को रामचरितमानस का नहीं है ज्ञान रामचरितमानस के ज्ञान के लिए आए राजापुर*

चित्रकूट राजापुर । तुलसी जन्मस्थली राजापुर में नवयुवको के द्वारा बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के द्वारा दिए गए बयान की कड़ी आलोचना करते हुए उप जिलाधिकारी , राजापुर को महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें नगर के सैकड़ों सम्मानित लोग उपस्थित रहे जिन्होंने शिक्षा मंत्री के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया। वन्ही मौजूद युवा समाजसेवी सुनील मिश्रा के द्वारा यह कहा गया यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रो. चंद्रशेखर बिहार के शिक्षा मंत्री के द्वारा लोकप्रिय ग्रंथ रामचरितमानस को विद्वेष फैलाने वाला व जहर फैलाने वाला बताया गया है वह भी उस विश्वविद्यालय में जिसको ज्ञान का आदि स्वरूप माना जाता है के द्वारा दीक्षांत समारोह में ऐसा बोलना दुर्भाग्यपूर्ण है अशोभनीय है। मैं मांग करता हूं मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार जी से व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी जी से कि वह उन्हें संगठन से व अपनी सरकार से बाहर करें तथा उन्हें क्षमा मांगने के लिए कहें, और दूसरा क्या वे किसी एक धर्म को इतना सही मानकर उस पर बोल सकते हैं मैं सभी धर्मों की वर्ग में पुस्तकों का आदर करते हुए कहना चाहता हूं कि किसी दूसरे धर्म की किसी मानस पुस्तक पर बोल सकते है व ऐसी बात कह सकते थे और कहने के बाद मंत्री छोड़िए क्या उनके बचे रहने की संभावना बन सकती थी इतना कष्ट होता अगर वे ऐसा बोल देते तो किसी की सहिष्णुता को किसी की सहृदयता को लाचारी समझ लेना यह बड़ी खराब बात है इसका लोग राजनीतिक उपयोग करेंगे फिर कहेंगे धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण हो रहा है, मैं आशा करता हूं कि आगे से इस बात का ध्यान रखेंगे । वही कवि कुमार विश्वास ने कहा है की यदि उन्हे राम कथा के विषय मे ज्ञान नहीं है तो वह मेरे अपने अपने राम का को सत्र चल रहा है उसमे उन्हे आमंत्रण दिया है कि वो आए और उसे सुने नहीं जब मैं बिहार अपने सत्र के दौरान आऊंगा उनकी विधानसभा जन्हा से वो जीत कर आए है तो वो वन्हा आए और अग्रिम पंक्ति में बैठे और कोई शंका हो तो पूछे वह अपने ज्ञान से संतुष्ट करने का प्रयाश करेंगे । ताकि वहां की जनता भीराम की कथा को समझे। वहीं अधिवक्ता श्रीष मिश्रा ने भी कहा कि बिहार शिक्षा मंत्री बिहार का नाम क्यों बदनाम कर रहे है। ऐसे मंत्री को नीतीश कुमार जी को पिंजरे में रखना चाहिए। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस की चौपाई की गलत व्याख्या कर समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं जो सही नहीं है रामचरितमानस पर अमर्यादित बयान देने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री को अविलंब बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाना नितांत आवश्यक है तुष्टिकरण की राजनीति में डूबे ऐसे नेताओं को हिंदुओं की भावनाओं से खेलने पर दंड देना नितांत आवश्यक है। वही हमारे सहयोगी अधिवक्ता दिलीप कुमार पांडे ने कहा जी क्या बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर क्या वह किसी गैर हिंदू महा विकास के बारे में ऐसा कहने की हिम्मत करेंगे मुझे उस मंत्री के हिंदू होने पर संदेह है। वहीं उपस्थित युवा सहयोगी अमित अग्रहरि के द्वारा कहा गया कि यदि आपको बिहार का शिक्षा मंत्री होना है तो आपको अनपढ़ होना काफी नहीं है आपको जाहिल भी होना पड़ेगा मंत्री के द्वारा रामचरितमानस का जो अपमान किया है वह उनकी मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है कि कैसे उनके मन में सनातन संस्कृति के खिलाफ जहर भरा है। या फिर उन्हें इतनी शिक्षा ही नहीं प्राप्त हुई कि वह रामचरितमानस जैसे महान ग्रंथ में छिपे उद्देश्य लक्ष्य एवं कर्तव्य को पहचान सके यह बिहार सरकार की अकर्मण्यता को दर्शाता है कि ऐसे अयोग्य व्यक्तियों को शिक्षा जैसे महान विषय पर ऐसे मूर्ख व्यक्तियों को शिक्षा मंत्री बनाए हुए हैं। इस मौके पर युवा समाज सुनील मिश्रा,अधिवक्ता दिलीप पांडे अधिवक्ता श्रीश मिश्रा,रामनिश शुक्ला, हंसराज सिंह, ज्ञान प्रकाश मिश्र, विकास अग्रहरी, करन सोनी,सोनू गुप्ता,रितिक जयसवाल,विनोद कुमार पांडेय आदि सभी नगर सम्मानित गणमान्य उपस्थित रहे।

चित्रकूट -तीरधुमाई गंगू बालू खदान मे नही रुक रहा ओवरलोड वाहनों के परिवहन का खेल

चित्रकूट जनपद के राजापुर क्षेत्र अंतर्गत तीर धुमाई गंगू में चल रहे बालू खदान में बालू घाट संचालको के द्वारा बराबर अवैध तरीके से लाल सोना का खूब किया जा ओवरलोड वाहनों का परिवहन। सबसे बड़ी बात तो यह है कि जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा ओवरलोडिंग के लिए घाट संचालको पर नहीं बल्कि वाहनों को निशाना बनाते हैं। जब घाट से बालू की ओवरलोडिंग बंद हो जाएगी तो अपने आप वाहनों में ओवरलोडिंग की समस्या खत्म हो जायेगी। शाम ढलते ही ओवरलोड वाहनो परिवहन जारी हो जाता है और यह सुबह 5:00 बजे तक अनवरत चलता रहता है प्राप्त जानकारी के अनुसार राजापुर क्षेत्र में संचालित बालू खदानों में ओवरलोडिंग के चलते विगत दिनों प्रशासन ने कार्यवाही के नाम पर दो ट्रकों को सीज कर खानापूर्ति की थी। एनजीटी नियमों एवं खनन मानकों को नजर अंदाज कर यमुना नदी के बीच जल धारा से पोकलैंड मशीनों से खनन किया जाता है। दिन में ट्रकों और ट्रैक्टरों में बालू की ओवरलोडिंग करते हुए घाट सहित विभिन्न गांव क्षेत्र के मार्गों में वाहनों को खड़ा कर दिया जाता है और शाम ढलते ही ओवरलोड बालू वाहनों को निकालने का सिलसिला जारी हो जाता है। रात्रि भर बालू वाहनों से उड़ रही भारी धूल से आसपास के खेतों में लाखों करोड़ों रुपए की किसानों की फसलों का नुकसान बराबर किया जा रहा है। प्रशासन के कमाऊ अभियान के चलते योगी सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ईमानदार योगी सरकार के प्रयासों से गांव में पहुंच मार्ग वाले लोक निर्माण विभाग के कई करोड़ के रोड को समय से पहले उखाड़ने का कार्य बालू माफियाओं के ओवरलोडिंग के चलते हो रहा है। बालू माफियाओं के चलते ओवरलोड बालू ट्रकों से राहगीरों छात्र-छात्राओं मजदूर आए दिन चुटीहल हो रहे हैं। कुछ दिन पहले खनन माफियाओं के ओवर लोड ट्रक ने छात्रा को मौत के गाल में समा दिया था और कई घंटे जाम के साथ ग्रामीणों ने तरह-तरह के आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग किया था। परंतु प्रशासन आजतक बालू माफियाओं के ओवरलोडिंग के खेल पर कोई लगाम नहीं लगा पाया। बालू माफियाओं के ओवरलोडिंग के खेल के चलते सैकड़ों की तादाद में खड़े ट्रक कई घंटों तक के लिए यातायात एवं मार्ग अवरुद्ध करते हैं।आखिर क्या कारण है कि खनिज परिवहन राजस्व विभाग एवं संबंधित थाना क्षेत्र के अधिकारियों को भारी भरकम वाहनों में ओवरलोड बालू की आवाज कानों तक नहीं पहुंच रही हैं। ओवरलोड बालू लोडिंग करने वाले बालू घाट संचालक के विरुद्ध कार्यवाही ना करते हुए ट्रक वाहनों के विरुद्ध जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब घाट से बालू की ओवरलोडिंग ट्रको मे होती है जिम्मेदार अधिकारी आखिर घाट संचालक के विरुद्ध क्यों कार्यवाही नहीं करते। बालू खदान में फिर हाल ओवरलोडिंग का खेल लगातार जारी है अब देखना है कि ट्रकों में बालू की ओवरलोडिंग करने वाले घाट संचालकों के विरुद्ध क्या कार्यवाही होती है। खनिज अधिकारी सुधाकर सिंह से बात की गई तो बताया कि समय-समय पर कार्यवाही की जाती है। तीर घुमाई गंगू घाट संचालक के विरुद्ध ढाई लाख रुपए की कार्यवाही की गई हैं आगे भी ऐसे ही कार्यवाही की जाएगी।