जवा/रीवा:: रीवा जिले के तराई क्षेत्र में अतरैला विद्युत वितरण केंद्रों द्वारा बिना रीडिंग किए दिए जा रहे बिल,ग्रामीण क्षेत्रों मे तो न रीडिंग,न मीटर कनेक्सन,न जल रही बिजली फिर भी हजारों के बिल आते हैं,विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी बिजली उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बनी है,यहां तक कि बिना बिजली उपयोग के ही हजारों रूपए का बिल उपभोक्ताओं को थमाया जा रहा है, जिसका जीता जागता उदाहरण हैं ग्राम देवखर के पूर्व निवासी कृष्ण कुमार साहू के बिना निवासरत बंद पड़े घर का है जहां पर विद्युत वितरण केंद्र अतरैला द्वारा मनमानी तरीके से बिना मीटर रीडिंग किए प्रति माह दो किलोवाट का भार दर्शाकर वर्तमान में 3678 रूपए का बिल उपभोक्ता के नाम जारी किया गया है। जबकि उपभोक्ता कृष्ण कुमार साहू का कहना है कि हम दो वर्ष पूर्व से ही ग्राम देवखर का निवास छोड़ चुके हैं बल्कि वर्तमान में अतरैला में परिवार के साथ रह रहें हैं। देवखर के मकान का बिजली कनेक्शन आज भी है, लेकिन बिजली का भार दो किलोवाट विभाग द्वारा कर दिया गया है जो कि बिल्कुल गलत है उनका कहना है कि जब हम यहां बिजली का उपयोग ही नहीं कर रहे हैं तो इतना ज्यादा बिल क्यों? उपभोक्ता द्वारा कम भार के लिए आईवीआरएस 1160002342 का 31 जनवरी 2024 को विजली विभाग में लिखित निवेदन किया गया हैं और मुख्य मंत्री जन सुनवाई में भी 08 अगस्त 2024 को शिकायत दर्ज करवाई गई थीं,लेकिन भार जस का तस है।क्योंकि वितरण केंद्र के जिम्मेदारों द्वारा बिना जांच किए ही कार्यालय में बैठे बैठे ही 20 अगस्त 2024 को बता दिया जाता है,कि भार दो किलोवाट पाया गया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि कनिष्ठ अभियंता द्वारा दी गई रिपोर्ट झूंठी है मेरे घर में विद्युत विभाग द्वारा जांच किया जाय अगर भार दो किलोवाट पाया जाता है तो मुझे सजा दिलाई जाय, और अगर नही पाया गया तो रीडर कर्ता पर कानूनी कार्रवाई की जाय।