तहसील ब्यूरो राजीव त्रिवेदी
खागा: बारिश के मौसम में खागा शहर जलभराव की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। भारी बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में पानी भर जाता है जिससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए विशेषज्ञों का मानना है कि शहर के तालाबों और नदियों का पुनर्जीवन आवश्यक है।
बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय का कहना है कि ससुर खदेरी नदी के साथ खागा नगर के पारंपरिक जल मार्गों को अविरल करने से जल प्रवाह सुचारू रूप से हो सकेगा और जलभराव की समस्या को रोका जा सकेगा।
प्रवीण पाण्डेय का मानना है कि तालाबों का जीर्णोद्धार और नालों को साफ करने से न केवल जलभराव की समस्या का समाधान होगा बल्कि क्षेत्रीय पर्यावरण को भी स्थिरता प्रदान होगी। नए जल मार्ग बनाने से भी पानी का बहाव आसानी से हो सकेगा।
स्थानीय लोगों की मांग:
स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि वे जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाएं।
खागा में जलभराव की समस्या का समाधान तालाबों के पुनर्जीवन में ही छिपा है। यदि प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर इस दिशा में प्रयास करेंगे तो इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।