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फूड इंस्पेक्टर त्योथर खुलेआम कर रहे धन वसूली, समितियो द्वारा किया जा रहा फर्जी पंजीयन, जिम्मेदार कौन?

रीवा- जिले के जनपद पंचायत त्योथर के फूड इंस्पेक्टर विनीत मिश्र की जबसे पदस्थापना हुई है, हमेशा अपने कारनामो को लेकर सुर्खियो में बने रहे हैं। पूरे क्षेत्र में एक सूत्रीय कार्य जारी है। अपने चहेते समिति प्रबन्धको के माध्यम से धन वसूली में सदैव लिप्त रहे हैं। वर्तमान समय में धान खरीदी कार्य हेतु किसानों का पंजीयन का कार्य चल रहा है, जिसमें विभिन्न समितियो के द्वारा फर्जी पंजीयन किया गया है। ऐसी समितियो को फूड इंस्पेक्टर श्री विनीत मिश्रा को कुछ ज़्यादा ही सूट कर रहा और खुला संरक्षण मिलता प्रतीत हो रहा है। जो जन चर्चा का भी विषय बना हुआ है। जिन किसानों की भूमि परती भी पडी है, उन नम्बरो को सभी समितियो में धडल्ले के साथ जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। कहीं कहीं तो किसानों के खसरा नम्बर को अन्यत्र अपने चहेते लोगों के खाते में पंजीयन का खेल खेला जा रहा है। जिसमें सभी फर्जी तरीके से किए गए पंजियनो में फूड इंस्पेक्टर श्री मिश्र जी का भरपूर सहयोग है। अभी हाल फिलहाल में ही शासकीय उचित मूल्य की दुकान ककरहा में ब्यापक रूप से अनियमितता पाई गयी और दुकान में खाद्यान्न सार्ट होने की भी पुष्टि हुई, जिसमें कार्यवाही का भय दिखाकर दो दिनों तक दुकान में तालाबन्दी कराकर बन्द कर दिया गया, फिर जब साँठगाँठ हो गयी तो दुकान का ताला पुनः खोल दिया गया। ऐसे प्रकरण सदैव सुर्खियो में आते रहें है। खाद्यान्न सार्ट होने के बावजूद कार्यवाही न होना एक प्रश्न चिन्ह खडा कर रहा है। चाहे कोनिया, केचुहा कुठिला का मामला रहा हो आज तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गयी। जिसकी जांच आवश्यक है। जिसका खुलासा तो जांचोपरान्त ही सम्भव है। किन्तु देखने वाली बात होगी कि फूड इंस्पेक्टर श्री विनीत मिश्र के संरक्षण में फलफूल रही फर्जी धान पंजीयन की जांच होगी भी या इसी तरह चलता रहेगा, यह तो भविष्य के गर्भ में है। जिसका खुलासा तो जांचोपरान्त ही सम्भव है। जिन धान खरीदी केन्द्रो को अपात्र घोषित किया गया उन्हें भी पात्र कर दिया गया और पात्र समितियो को अपात्रता की श्रेणी में डाल दिया गया जो जन चर्चा का विषय बना हुआ है। एक कहावत है अन्धेर नगरी चौपट राजा, लूट सके तो लूट, केवल त्योथर में चहुओर लूट ही लूट मजी हुई है।