राजनीति

रीवा:-डभौरा में आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ उप तहसील का किया गया घेराव

डभौरा/रीवा मध्य प्रदेश

डभौरा में आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ उप तहसील का किया गया घेराव

उप तहसील कार्यालय डभौरा के अधिकारी ताला बंद करके रहे गायब

मध्य प्रदेश की रीवा जिले के सिरमौर विधानसभा क्षेत्र के उप तहसील डभौरा के ग्राम दोंदर बौसड़ गोन्ता आदि गांवो में आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय अत्याचार के विरुद्ध में जन अस्मिता यात्रा के प्रभारी पूर्व विधायक मऊगंज लक्ष्मण तिवारी के नेतृत्व में उप तहसील डभौरा का घेराव किया गया तहसील कार्यालय के अधिकारी कार्यालय में ताला बंद करके गायब रहे तहसीलदार ज्ञापन लेने नहीं आया जो लोकतंत्र का खुला मजाक है राजस्व विभाग के अधिकारियों से यहां की जनता त्रस्त है अधिकारियों द्वारा शासन के बने नियमों को मनमाफिक उपयोग करके गरीब जनता को प्रताड़ित किया जाता है और दबंगों को संरक्षण ग्राम दोंदर के 17 पिछड़ा वर्ग के गरीबों का शासकीय जमीन में झोपड़ी तोड़कर अतिक्रमण हटा दिया गया वहीं 12 एकड़ से अधिक शासकीय जमीन में दबंगों द्वारा खखरी तार वाडी पक्का मकान बनाकर आतिक्रमण किया गया है उन्हें तहसीलदार जवा तथा एसडीएम जवा नहीं हटा रहे हैं तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहां कि मध्य प्रदेश की सरकार गौशाला के नाम पर भ्रष्टाचार करवा रही है यदि गोबर प्लांट लगाकर गांव-गांव गोबर खरीदी क्रेंद्र खोल दिए जाएं तो गरीबों को रोजगार मिलेगा और ऐरा प्रथा अपने आप बंद हो जाएगी किंतु मध्य प्रदेश की सरकार इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है जबकि मेरे इस सुझाव को छत्तीसगढ़ की सरकार मान ली है डभौरा में रुकने वाली ट्रेन नहीं रुक रही है इस प्रश्न के उत्तर में तिवारी ने कहां कि इसका संपूर्ण दोष सांसद रीवा तथा मध्य प्रदेश से लेकर क्रेंद्र तक की सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी की सरकार डभौरा (गोन्ता) गांव में आदिवासी लाइट विहीन क्षेत्रीय विधायक की कमी के कारण इस धरना में 500 से अधिक लोग शामिल रहे यह सभी लोग अपने अपने वाहनों से आए थे और उन लोगों द्वारा कहां गया कि इस तरह इमानदारी से बेवाक रूप से बोलने वाला राम लखन शर्मा के बाद लक्ष्मण तिवारी दूसरे व्यक्ति हैं इन्हें सिरमौर से विधायक होना चाहिए इस कार्यक्रम में पूर्व जनपद अध्यक्ष मोहनलाल कोल नरसिंह दास नारायणी मंच के अध्यक्ष एवं गरीबों के नेता के नाम से जाने जाने वाले पत्रकार हरीश तिवारी पत्रकार आशीष पाटकर के द्वारा समाचार का संकलन किया जाता रहा था थाना प्रभारी डभौरा गीतांजलि सिंह अपने पुलिस फोर्स के साथ मुस्तैदी पूर्वक कर्तव्यों का निर्वहन कर लोकतंत्र की स्थापना में अहम भूमिका निभाई लक्ष्मण तिवारी ने कहां कि राजस्व मोहकमे द्वारा गरीबों का सीमांकन नहीं किया जाता 10 माह से गुरदरी निवासी बीसो आदिवासियों की जमीन का सीमांकन आरआई द्वारा नहीं किया जा रहा है स्पष्ट है कि आदिवासियों को न्याय नहीं मिल रहा है मैं न्याय दिलाने का कार्य करूंगा और यदि आदिवासियों को न्याय नहीं मिला तो विराट आंदोलन किया जाए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेंद्र सिंह चौहान जतरी ने की।



कमलेश शुक्ला के साथ दिनेश द्विवेदी की रिपोर्ट