पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास जी की 111 वीं जयंती मनायी गयी
डा0 अखिलेश दास गुप्ता फाउंडेशन ने संगोष्ठी का किया आयोजन
सद्भावना दिवस के रूप में मना बाबू बनारसी दास जी की जयन्ती
बी.बी.डी. ग्रुप के प्रेसीडेंट श्री विराज सागर दास ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए बाबू जी के बताये रास्ते पर चलने का लिया संकल्प
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उ0प्र0 के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास जी की 111 वीं जयंती आज राजधानी के 55, पुराना किला में डा0 अखिलेश दास फाउंडेशन के तत्वावधान में बाबू बनारसी दास जी के परिजनों, समर्थकों व उनके अनुयायियों की मौजूदगी में मनाया गया। इस अवसर पर बाबू जी के पौत्र व बीबीडी गु्रप के प्रेसीडेंट विराज सागर दास ने बाबू बनारसी दास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर बीबीडी गु्रप के प्रेसीडेंट विराज सागर दास ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए जनकल्याण के लिए जो कार्य किये वह आज भी हमारे समाज में याद किये जा रहे हैं। उनका मानना था कि जनसेवा ही मानव का धर्म है। उनके द्वारा जो मूल्य और आदर्श स्थापित किये गए, उन मूल्यों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस मौके पर ई. ऋषि अग्रवाल ने बाबू बनारसी दास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बताये गये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से सर्वश्री अरूण गुप्ता, कैलाश पांडेय, अशोक सिंह, अचल मेहरोत्रा, सुशील दुबे, डा0 रेहान अहमद खान, सुबोध श्रीवास्तव, डा0 पी.एस जायसवाल, चंद्र प्रकाश गोयल, राजीव बाजपेई, निहाल खान, के.सी. यादव, श्रीमती वंदना राज अवस्थी, ऊषा बाल्मीकि, उमा गुप्ता, शान बक्शी, आशा मौर्या, कमलेश गुप्ता, ऋषभ गुप्ता, निकिता भारती, प्रिया गुप्ता, अजय श्रीवास्तव, नवीन रस्तोगी, बाबा, रवि विश्वकर्मा, रेहान, आबिद, वसीम खान, अतीक अंसारी, सर्वेश अवस्थी, नृपेन्द्र, सिंह, महेश राठौर, धीरज गुप्ता, प्रदीप कुमार, सनी कश्यप, राम प्रसाद आदि ने भी पुष्पांजलि अर्पित कर बाबू जी को नमन किया और बाबू जी के बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। बीबीडी परिवार के सभी सदस्यों ने बाबू बनारसी दास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।