श्री रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित रामलीला मंचन के तृतीय दिवस का मंचन जनक दरवार मे धनुष यज्ञ मे देश विदेश के राजाओं द्वारा धनुष तोड़ने का प्रयास राम जी का धनुष तोड़ना रावण बाणासुर संवाद व लक्ष्मण परशुराम संवाद तक का मंचन दिखाया गया। इससे पहले मुख्य अतिथि मनोज मित्तल विशिष्ट अतिथि राजकुमार पारीक कुण्डल सिंह कार्की विजेंद्र आर्य बलवंत पारीक भरत प्रसाद ने सयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर लीला का शुभारंभ किया । जनक के पात्र प्रेम प्रकाश भट्ट रावण के पात्र जसवंत सिंह बसेड़ा राम के पात्र सौरभ सामंत लक्ष्मण के पात्र गौरव पाण्डेय बाणासुर के पात्र हिमांशु राज सीता की पात्र रिया चंद परशुराम के पात्र पंकज गुरुग हास्य कलाकारों मे दीपक सक्सेना कमलेश भट्ट विक्की कापड़ी के अभिनय को काफी सराहा गया। व्यास की भूमिका मे पंडित नीरज जोशी ने व्याख्यान दिया। निर्देशक हरीश पाण्डेय ने बताया कि चतुर्थ दिवस की लीला मे राम जी के वनवास तक की लीला का मंचन किया जायेगा कमेटी अध्यक्ष श्रीमती विमला सजवान ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया । संचालन प्रकाश गोस्वामी ने किया साथ ही लीला के बीच बीच मे एक से एक भजनो की प्रस्तुति देकर समा बांध दिया । सूबेदार बुद्धि बल्लभ पाण्डेय उमेद सिंह नेगी ललित वर्मा राम सिंह सामंत महेश चंद हिमांशु द्विवेदी एल एल आर्य भास्कर जोशी विक्की कापड़ी देवेंद्र कापड़ी कमलेश भट्ट दिनेश भट्ट दीपक चंद गणेश चंद्र दीपा बिष्ट माया कापड़ी चांदनी नेगी धर्मेंद्र पाल पंकज गुरुग अनिल उप्रेती दीपक सक्सेना दीपक भंडारी संतोष चंद नंदकिशोर भट्ट अनिल चंद दिवाकर भट्ट चंद्री चंद तबला मास्टर संदीप कुमार हारमोनियम मास्टर रवि राज व रवि थापा आदि ने सहयोग किया