लखनऊ। मर्यादा पुरूषोतम भगवान श्रीराम चन्द्र जी की रामलीला का आयोजन पर्वतीय महापरिषद भवन, गोमती नगर विस्तार, लखनऊ में दिनांक 17-10-2024 से दिनांक 19-10-2024 तक तीन दिवसीय आयोजन किया जा रहा है जिसमें आज 17.10.2024 को प्रथम दिवस राम जन्म, दशरथ दरबार एवं विश्वामित्र का प्रवेश, ताड़िका वध, जनक दूत के द्वारा महर्षि विश्वामित्र को स्वयंवर हेतु आमंत्रण, अहिल्योद्धार, पुष्पवाटिका एवं गौरी पूजन, जनक दरबार, धनुष यज्ञ एवं परशुराम लक्ष्मण संवाद के दृष्य प्रस्तुत किये गये।
कार्यक्रम का शुभारम्भ लखनऊ की मा0 महापौर श्रमती सुषमा खर्कवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया एवं उन्होंने कहा कि रामलीला समाज को धर्म एवं नैतिकता का संदेश देती है
,ख्तथा अति सुन्दर आयोजन हेतु आयोजकों व कलाकारों की प्रशंसा की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी एवं महासचिव महेन्द्र सिंह रावत सहित पर्वतीय महापरिषद की केन्द्रीय कार्यकारिणी के समस्त पदाधिका उपस्थित थे।
रामलीला समिति के मुख्य संरक्षक टी0 एस0 मनराल ने सभी आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार जताया। रामलीला समिति के अध्यक्ष गोविन्द सिंह बोरा एवं महासचिव रमेश चन्द्र उपाध्याय ने सभी अतिथियों को रामनामी पट्ट पहनाकर स्वागत किया। मीडिया प्रभारी हेमंत सिंह ने बताया कि रामलीला मंचन में विभिन्न पत्रों का अभिनय निभा रहें जिसमें
पात्रः- भगवान श्री राम- नेहा सिंह, लक्ष्मण- निक्की सिंह, जो कि दोंनो बहिने है, सीता- विधी जोशी, भरत- प्रज्जवल सिंह रावत, शत्रुघन- दक्ष बिष्ट, हनुमान- आनन्द सिंह कपकोटी, दशरथ - हरीश काण्डपाल, कैकेयी- चित्रा काण्डपाल, कौशल्या- दमयंती नेगी, सुमित्रा- राधिका बोरा, सुमंत- ........, जनक- नरेन्द्र सिंह फर्त्याल, परशुराम- गोविन्द सिंह बोरा, विश्वामित्र- मनीष उपाध्याय, राजा-धनुष यज्ञ में- हरीश काण्डपाल, बलवंत वाँणगी, दीवान सिंह बिष्ट, बन्दी जन- धनुष यज्ञ में- वीरेन्द्र सिंह बिष्ट, बलवन्त वाँणगी, रावण- पुष्कर सिंह नयाल, मेघनाद- तारा दत्त काण्डपाल, वाणासुर- कमल सिंह नेगी, सुलोचना- भारती काण्डपाल, मन्थरा- रावत, सूर्पणखा-पार्श्व गायिका- प्रभा सती, सूर्पनखा- नीता बोरा, अहिल्या- वंशिका नयाल, ताड़का- ख्याली सिंह कड़ाकोटी, सुबाहु- दयाल सिंह रावत/किशन सिंह बोरा, खर- हरीश काण्डपाल, दूषण- ख्याली सिंह कड़ाकोटी, सुग्रीव- दिनेश गोस्वामी, मारीच- मनीष उपाध्याय, जोगी रावण- गोविन्द सिंह बोरा, बालि- किशन सिंह बोरा, जनक दरबारी- वीरेन्द्र सिंह बिष्ट, बलवंत वाँणगी, रावण दरबारी- कमल सिंह नेगी, हरीश काण्डपाल, कुम्भकर्ण- शंकर पाण्डेय, वानर- विहान कपकोटी, आदित्य उपाध्याय, लकी बोरा, कार्तिक जोशी(राज जोशी), गौरविक नयाल, राक्षस- प्रज्जवल सिंह, दक्ष बिष्ट, दयाल सिंह, हरीश काण्डपाल, कमल नेगी, दीवान सिंह बिष्ट, जटायु- किशन सिंह बोरा, शबरी- राधिका बोरा, सुमित्रा- बिमला बोरा, सीता सखी- किरन जोशी, वेदिका जोशी, खुशी काण्डपाल, सुशैन वैद्य- रमेश उपाध्याय, सुशैन सहायक- ख्याली सिंह कड़ाकोटी,
इस अवसर पर रामलीला समिति के पदाधिकारीगण संरक्षक प्रो0 आर0 सी0 पन्त, भवान सिंह रावत, हरीश काण्डपाल, पी0 सी0 पन्त, टी0डी0 पपनै, एस0बी0 बोस, गिरीश चन्द्र कोठारी, तारा सिंह बिष्ट, प्रेम सिंह फसर््वाण, एन0 के0 उपाध्याय, डी0 डी0 पाण्डेय, प्रकाश भट्ट, बी0 सी0 खर्कवाल, हरीश चन्द्र भट्ट तथा गोविन्द सिंह बोरा, ख्याली सिंह कड़ाकोटी, कमल सिंह नेगी, पुष्कर सिंह नयाल, नवीन सिंह बिष्ट रवीन्द्र सिंह बिष्ट, नरेंद्र सिंह फर्त्याल, त्रिभुवन सिंह बोरा, रमेश चन्द्र उपाध्याय, हरीश चंद्र जोशी, पूरन सिंह बिष्ट, विद्या प्रसाद पाठक, बी बी भट्ट, हेमंत सिंह गड़िया, शंकर पाण्डेय, सुधीर पंत, आनंद सिंह कपकोटी , बलवंत वांणगी, तारा दत्त काण्डपाल, हुकुम सिंह रावत, उमेश सिंह कैड़ा, जयपाल सिंह नेगी, के. एस. बोरा, हरेंद्र सिंह नेगी, जगत सिंह कार्की, नारायण सिंह नेगी, खजान सिंह नेगी, मनीष उपाध्याय, त्रिलोक सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, जितेंद्र सिंह नेगी, कमल सिंह भाकूनी, दयाल सिंह रावत, नवीन जोशी, रंजीत सिंह रावत, दीप चन्द पंत, एम0 पी0 ओली सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
कल 18 अक्टूबर कों होने वाले मंचन कार्यक्रम
दशरथ कैकई सवाद, पंचावाटी प्रसंग, सुप नखा नासिका छेदन !