आस्था

शंखचक्रधरं देवं कृष्णं वंदे जगद्गुरुम् ( श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष )

हिंदू धर्म ग्रंथो के अनुसार हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र में श्रीकृष्ण के अवतरण के कारण, इस दिन पूरे विश्व भर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। विष्णु पुराण के अनुसार भगवान विष्णु के आठवां अवतार श्रीकृष्णा थे।कृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था और वह पिता वासुदेव व माता देवकी के आठवें संतान थे। कृष्ण शब्द संस्कृत के वर्णमाला से लिया गया है, जो काला या अंधेरा को प्रतीक करता है। इस शब्द का संबंध ढलते चांद से भी किया जाता है। कृष्ण के पिता का नाम वासुदेव होने के कारण उन्हें कई भक्त उन्हे वासुदेव के ही नाम से पुकारते हैं। मगर कृष्ण के अलावा इनका और भी कई नाम है, जैसे माधव, मोहन, गोविंद, गोपाल इत्यादि। कृष्ण.... अर्थात वह बालक जिसके बाल्यकाल में मुंह खोलने मात्र से माता यशोदा को पूरा ब्रह्मांड दिख गया हो, वह बालक जिसके किशोरावस्था में महाभारत जैसे युद्ध की नेतृत्व की हो, कृष्णा यानी वह बालक जिसने जेल में जन्म लेकर खुद जंजीरों में बना शिशु पूरे विश्व को आध्यात्मिक रक्षा का रास्ता दिखाया हो, वही तो कृष्णा है। क्योंकि जिसके पास पहले गाली सुनने पर सिर काटने की शक्ति हो मगर फिर भी वह निन्यांबे और गलियां सूने वही तो कृष्णा हो सकता है। जिसके पास सुदर्शन जैसे चक्र हो,, जिससे कभी भी प्रलय लाया जा सके मगर फिर भी हाथों में मुरली हो, वही तो कृष्णा है। जिसके पास द्वारिका राज्य जैसे वैभव संपदा हो मगर परम मित्र सुदामा हो, वही तो कृष्णा हो सकता है। जिसके पास ज्ञान का भंडार हो श्रीमद्भागवत गीता के द्वारा करोड़ों लोगों तक जीवन की एक नई राह दिखाने की शक्ति हो, उससे बड़ा गुरु कौन हो सकता है। अपने प्रजावासियों की रक्षा के लिए समुद्र के बीच में एक द्वारिका नगरी बस दी, कृष्ण से बड़ा अभियंता कौन हो सकता है। बांसुरी के माध्यम से गाय तथा गोपियों को अपने धुन में बांधने वाला कृष्णा से बड़ा गीतकार कौन हो सकता है। बीमारी तथा त्राहिमाम की स्थिति में हवन के माध्यम से वर्षा करवाने की क्षमता रखने वाले कृष्ण से बड़ा मौसम वैज्ञानिक कौन हो सकते हैं। धर्म की रक्षा के लिए महाभारत जैसे युद्ध को करवाने की क्षमता रखने वाले कृष्ण से बड़ा वीर कौन हो सकता है। अपने प्रजावासियों को कभी कष्ट ना हो, ऐसा सोचने वाला कृष्णा से बड़ा राजा कौन हो सकता है। मगर कृष्ण की प्रसिद्ध न केवल हिंदू धर्म में है, बल्कि अन्य धर्म में उतना ही सम्मान, आदर तथा भक्ति के भाव से पूजे जाते हैं। जैसे - जैन धर्म में कृष्ण को 22 वे तीर्थंकर "नेमिनाथ" के चचेरे भाई के नाम से भी माना जाता है। ऐसा उल्लेखित है कि नेमिनाथ ने ही श्रीकृष्ण को सर्व ज्ञान सिखाया था, जिसके पश्चात श्रीकृष्ण ने अपने ज्ञान को भागवत गीता में अर्जुन को दिया था। सिख धर्म के अनुसार कृष्ण को 24 वे अवतार में कृष्ण अवतार के रूप में वर्णित किया गया है। जो की परंपरा के अनुसार एवं ऐतिहासिक रूप से गुरु गोविंद सिंह को समर्पित दशम ग्रंथ है।

यह लेखक का निजी विचार है।
श्रीयम त्रिपाठी
स्वतंत्र पत्रकार, धनबाद