रीवा- चित्रकूट में संस्कृति विभाग द्वारा 20 से 26 अक्टूबर तक श्रीरामकथा के विविध प्रसंगों का श्रीरामलीला उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। सात दिवसीय श्रीरामलीला उत्सव में लीला मण्डल रंगरेज कला संस्थान-उज्जैन के कलाकारों द्वारा श्रीराघव प्रयाग घाट-नयागाँव, चित्रकूट श्रीरामलीला के विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया जायेगा। साथ ही “श्रीरामराजा सरकार” श्रीराम के छत्तीस गुणों का चित्र कथन प्रदर्शनी और श्रीरामकथा के चरितों आधारित पांच दिवसीय व्याख्यान का आयोजन भी किया जा रहा है।
रामलीला उत्सव में 20 अक्टूबर को शिव विवाह, रावण का विश्व विजय अभियान, श्री राम-जन्म, गुरु विश्वामित्र दशरथ संवाद की प्रस्तुति होगी। इसके बाद 21 अक्टूबर को इंडोनेशिया के कलाकारों द्वारा ताड़का वध, अहिल्या-उद्धार, वाटिका प्रसंग, धनुष यज्ञ, रावण-बाणासुर संवाद, लक्ष्मण परशुराम संवाद को प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद 22 अक्टूबर को श्रीराम बारात, श्री राम राज्य की घोषणा, कैकेयी-मंथरा संवाद, दशरथ-कैकेयी संवाद, श्री राम वनगमन की कथा प्रस्तुत होगी। 23 अक्टूबर को श्री राम-निषादराज मिलन, केवट प्रसंग, दशरथ देवलोक गमन, भरत-कैकेयी संवाद होगा। 24 अक्टूबर को चित्रकूट में श्रीराम तथा भरत का मिलाप, सीता हरण, जटायु मरण एवं शबरी का प्रसंग प्रस्तुत किया जाएगा। 25 अक्टूबर को श्री राम-हनुमान मिलन, श्री राम सुग्रीव मैत्री, बाली वध, हनुमान-रावण संवाद, लंका दहन की लीला प्रस्तुत की जाएगी। रामलीला उत्सव के समापन दिवस 26 अक्टूबर को सेतुबंध, रामेश्वरम स्थापना, रावण-अंगद संवाद, कुंभकरण, मेघनाथ एवं रावण मरण, श्री राम राज्याभिषेक प्रसंगों को मंचित किया जाएगा। समारोह में प्रवेश निःशुल्क है।